बंध जाऊंगा तुमसे अभी
कुछ देर में
ऐसे के फिर तुम उम्र के
कम-से-कम
अगले चालीस-पचास साल
सिर्फ मेरे कन्धों को
सात जन्मों का
सहारा समझोगी
ऐसे के फिर तुम
कढाई में
जब भी शिकायतें तलोगी
आधी तो बस
मेरे नाम से नमकीन
हो जाएँगी
ऐसे के फिर तुम भूखी रहोगी
मेरे नाम कि थोड़ी
मन्नतें करोगी
मैं भी तुम्हारे
ख्यालों में लिपटा
बाज़ार से रसगुल्ले
उठाऊंगा..
और तुम्हे जी-भर करो
खिलाऊंगा..
ऐसे के फिर तुम..
वादा करोगी बिना कुछ कहे
के रात को मेरे बिना
खाना नहीं खाओगी कभी..
और बच्चों को प्यार से
खिला-पिलाकर
सुला दोगी
ऐसे के फिर तुम
मोटी हो जाओगी
मेरे सामने
बच्चों के daddy
कहकर पुकारोगी
और मैं
थका-हारा ऑफिस से लौटा
तुमपर झुंझलाऊंगा
ऐसे के फिर मैं
तुम्हे अपने से अलग
कभी सोच ही नहीं पाउँगा
मेरी ख़ुशी, और मेरी खीझ में
तुम एक बराबर सी लगोगी..
मेरी ज़िन्दगी में धंस जाओगी ऐसे
के मैं स्कूल से लेकर कॉलेज तक की
अपनी सारी नायिकाओं को
भूल जाऊंगा
और सबमें सिर्फ तुम्हारा चेहरा पाउँगा..!!!
कुछ देर में
ऐसे के फिर तुम उम्र के
कम-से-कम
अगले चालीस-पचास साल
सिर्फ मेरे कन्धों को
सात जन्मों का
सहारा समझोगी
ऐसे के फिर तुम
कढाई में
जब भी शिकायतें तलोगी
आधी तो बस
मेरे नाम से नमकीन
हो जाएँगी
ऐसे के फिर तुम भूखी रहोगी
मेरे नाम कि थोड़ी
मन्नतें करोगी
मैं भी तुम्हारे
ख्यालों में लिपटा
बाज़ार से रसगुल्ले
उठाऊंगा..
और तुम्हे जी-भर करो
खिलाऊंगा..
ऐसे के फिर तुम..
वादा करोगी बिना कुछ कहे
के रात को मेरे बिना
खाना नहीं खाओगी कभी..
और बच्चों को प्यार से
खिला-पिलाकर
सुला दोगी
ऐसे के फिर तुम
मोटी हो जाओगी
मेरे सामने
बच्चों के daddy
कहकर पुकारोगी
और मैं
थका-हारा ऑफिस से लौटा
तुमपर झुंझलाऊंगा
ऐसे के फिर मैं
तुम्हे अपने से अलग
कभी सोच ही नहीं पाउँगा
मेरी ख़ुशी, और मेरी खीझ में
तुम एक बराबर सी लगोगी..
मेरी ज़िन्दगी में धंस जाओगी ऐसे
के मैं स्कूल से लेकर कॉलेज तक की
अपनी सारी नायिकाओं को
भूल जाऊंगा
और सबमें सिर्फ तुम्हारा चेहरा पाउँगा..!!!